SCHOOL UNIFORM

निर्धारित वेश

भैयाओं हेतु : प्रवेश सेतक – सफ़ेद गंजी, रुमाल ,पूरी आस्तीन की धारीदार हलकी गुलबी कमीज , स्टील ग्रे फुलपैंट प्रवेश से दितीय तक फुलपैंट \हॉफ पैंट फीतेदार काले जूते (नन लैदर) , काले मोजे तथा निर्धारित बेल्ट |

बहनो हेतु : प्रवेश से पंचम तक – सफ़ेद गंजी , सफ़ेद रुमाल , सफ़ेद धारीदार हलकी गुलाबी हॉफ कमीज , स्टील ग्रे बॉक्स प्लेट काले जूते लैदर काले मोजे काले हेयर बैंड तथा निर्धारित बेल्ट । से तक – सफ़ेद सलवार , सफ़ेद धारीदार हलकी गुलबी कॉलर वाला कुर्ता ,सफ़ेद ओढनी दुपटा काले जूते (नन लैदर ) काले मोजे काले हेयर बैंड | सीताकालीन प्रवेश से पंचम तक – सीताकाल में उपयुक्त वेश के अतिरिक्त सादी बुनाई की पूरी आस्तीन का मैरून रंग का वी (v ) गले का सवेटर

विशष वेश: प्रयेत्क सुक्रवार , सनिवार तथा निर्देर्शित विशष अवसरों पर सभी भैया – बहनो के लिया निर्धारितवेश के स्थान पर स्वेत वेश निर्धारित है । काले जूते (नन लैदर ) के एवं काला हेयर बैंड के स्थान पर हेयर बैंड होगे स्वटर तथा ब्लैजर के रंग यथावत रहेगा | स्थान पर पी. टी. शू सफ़ेद मोजा

स्कूल बैग: विदयालय में विदयालय बैग के अतिरिक्त अन्य बैग का उपयोग वरजिरत है !

भैया -बहनो से अपेक्षया

  1. भाई / बहन विधायल के नियमो – उपनियमो विनम्रता , , शालीनता व सदाचार के नियमो का साम्यरूपेण पालन करे |
  2. विधायल में अपनों सहपाठियो तथा अन्य भैया- बहनो एवं घर पर अपनों मित्रो के साथ सस्नेह वयवहार करे तथएवं घर में सभी आचार्य , माता – पिता एवं के साथ श्रद्धायुक्त सामान का भाव रखें व व्यवहार करे । वेश , वाणी और व्यवहार – तीनो में शील व सदाचार का बोध हो ।
  3. सरीरमाध खलु धर्मसाधनम । अपने स्वास्थय के पर ध्यान दे ।
  4. लक्ष्य के प्रति समर्पित रहकर अध्ययन कार्य करे तथा सभी कार्य समय से निबटाने की मानसिक स्थति , उत्साह और प्रयास हो । Ready while you read ; play while you play .
  5. अपने माता – पिता , भाई बहन पड़ोसी को आवश्कयकतानुसार यथासम्भव सहयोग करे तथा विधालय में व्यवस्था बनाने में रूचि , तत्परता व रखे |
  6. कभी कोई गर्हित कार्य न करे जिससे किसी दूसरे को क्षति व परेशानी का सामना करना पड़े ।
  7. सदैव सत्य बोले और प्रिय बोले । कम बोले , संतुलित बोले |
  8. प्रतिदिन का काम उसी दिन निबटाए ।प्रदत गृहकार्य को समयानुसार तैयार करे तथा मनोयगो से सभी विषयो का अध्ययन कर अपने व कुशलता का विकाश करे |
  9. आवश्यक सामग्री के साथ विधालय आये तथा अपने सामान की सुरक्षा तो करे ही , संस्था , समाज व अन्य जनो के भी धन व सामान की सुरक्षा की चिंता करे |
  10. घर एवं दोनों की स्वच्छता और सज्जा के स्वभाव एवं सुप्रयास बनाए रखे ।
  11. दुसरो की स्वतंत्रता और अधिकारों के प्रति सम्मान का भाव रखे ।
  12. व्यथ की बातचीत में समय का अपव्यय न करे
  13. छोटी – सी छोटी वस्तु का सदुपयोग करे ।
  14. प्रतिदिन कुछ समय प्रातः स्मरण एवं सध्या – वंदना के निमित्त अप्रित करें ।
  15. घर पर भी एक निर्धारित समय – सारिणी के अनुसार अपनी दिनचर्या को निब